अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद विमान हादसे को छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन 14 वर्षीय आकाश पटनी को खोने का दर्द उसके परिवार के लिए आज भी उतना ही ताजा है। बेटे की मौत के सदमे से माता-पिता अब तक उबर नहीं पाए हैं। परिवार का कहना है कि कैलेंडर में भले ही छह महीने बीते हों, लेकिन उनके लिए यह वक्त छह साल जैसा भारी लग रहा है।
आकाश के माता-पिता ने हादसे के बाद खुद को लगभग समाज से अलग कर लिया है। वे ज्यादा बाहर नहीं निकलते और अधिकांश समय घर की एक कोठरी में ही बिताते हैं। हादसे में घायल हुई आकाश की मां आज भी जलने के घावों से जूझ रही हैं। उनका कहना है कि अब वह आसमान में उड़ते हवाई जहाज को देख भी नहीं पातीं, क्योंकि वह दृश्य उन्हें बेटे की याद दिलाकर अंदर तक तोड़ देता है।
आकाश के पिता सुरेशभाई पटनी बताते हैं कि परिवार पहले बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास के पास चाय की दुकान चलाता था। वही इलाका हादसे का केंद्र बना, जब 12 जून को लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान एआई-171 दुर्घटनाग्रस्त होकर नीचे गिर गया। इस हादसे में कुल 260 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें 240 यात्री विमान में सवार थे और 19 लोग जमीन पर इसकी चपेट में आ गए थे।
आकाश भी उन्हीं बदकिस्मत लोगों में शामिल था, जिनकी जिंदगी इस हादसे में छिन गई। परिवार का कहना है कि समय बीतने के साथ जख्म भरने की बात कही जाती है, लेकिन उनके लिए हर दिन बेटे की कमी और गहरी होती जा रही है। उनके लिए यह हादसा सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि ऐसा दर्द है जो हर सुबह और हर रात उनके साथ रहता है।